परिचय
राज्य के आर्थिक विकास के लिए अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित कार्यबलों की आवश्यकता बढ़ती है जिसके बिना आर्थिक एवं सामाजिक विकास संभव नहीं है। अमानत के कार्य क्षेत्र में भी प्रशिक्षित कार्यबल की भारी कमी है- जो कि भविष्य में और अधिक बढ़ेगी। पूरे राज्य में अमीन की प्रशिक्षण उच्च कोटि का गुणवत्तापूर्ण, मानक स्तर का प्रशिक्षण कार्यक्रम उपलब्ध नहीं है। इसके अतिरिक्त ऐसी कोई सरकारी/गैर सरकारी संस्था नहीं है जो कि इस कार्यक्रम को प्रशिक्षण विशेष रूप से दे रही हो और उसके पश्चात् प्रशिक्षणार्थियों की परीक्षा लेकर उन्हें एक सरकारी प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र निर्गत कर सके जिसकी सर्वत्र मान्यता हो। इस कमी को दूर करने हेतु पहली बार सरकारी संस्था बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड (BBOSE), पटना द्वारा राज्य में संचालित की जा रही है।
उद्देश्यः-
- राज्य के युवा कार्यबल को प्रशिक्षित कर अमानत के क्षेत्र में रोजगार/स्वरोजगार के अवसर प्रदान कराना।प्रशिक्षित अमीनों की कमी के कारण भू-विवाद, उससे बिगड़ रही विधि-व्यवस्था में सुधार कराने में सकारात्मक योगदान।पराज्य के आर्थिक विकास में योगदान।गुणवत्तापूर्ण अमीन एवं सर्वेयरों का निर्माण करना।
अमानत पाठ्यक्रम का निर्माण:-
- बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड (BBOSE) के अकादमिक विभाग के पर्यवेक्षण में अमानत पाठ्यक्रम निर्माण किया गया है।राज्य के ख्याति प्राप्त विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT), औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) के शिक्षाविद्ों तथा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के पदाधिकारियों द्वारा विषयवस्तु/पाठ्यपुस्तकों का निर्माण किया गया ।विशेषज्ञ समिति के ख्याति प्राप्त शिक्षाविदों द्वारा इसे परिमार्जित किया गया है तथा इसे राज्य की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया गया है।उच्च गुणवत्ता एवं मानक स्तर वाले इस पाठ्यक्रम के प्रशिक्षण में आधुनिक तकनीक एवं अन्य विधियों का समावेश है।
पाठ्यक्रम की अवधि:-
- यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कुल 400 घंटों का होगा जिसे 6 माह की अवधि में पूरा किया जाएगा।कुल 400 घंटों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में से 60 प्रतिशत समय (240 घंटे) प्रायोगिक कक्षाओं के लिए होंगे और 40 प्रतिशत समय (160 घंटे) सैद्धांतिक कक्षाओं के लिए होगंे।
प्रशिक्षण की व्यवस्था:-
- सैद्धांतिक विषयों के लिए पोलिटेकनिक, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT), औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI), ख्याति प्राप्त विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग, महाविद्यालयों के स्नातक के भूगोल विभाग, नालन्दा खुला विश्वविद्यालय (NOU) में अध्यापन करवाने वाले शिक्षकगण, स्नातकोत्तर एवं शोध शिक्षार्थियों के माध्यम से प्रशिक्षण की व्यवस्था है।प्रायोगिकी प्रशिक्षण तीन स्तरों पर आयोजित की जाएगी यथा-ख्याति प्राप्त उच्च शिक्षण संस्थान, अंचल कार्यालय एवं बोर्ड के अध्ययन केन्द्रों पर।राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के कुछ ख्याति प्राप्त उच्च शिक्षण संस्थानों के भूगोल विभाग की प्रयोगशालाओं में आधुनिक तकनीक एवं उच्च गुणवत्ता वाले उपकरणों/प्राध्यापकों के द्वारा प्रायोगिकी प्रशिक्षण (100 घंटे) की व्यवस्था की गई है।अंचल स्तर पर प्रायोगिकी प्रशिक्षण/इंटर्नशिप (70 घंटे) एवं गुणवत्तापूर्ण मूल्यांकन हेतु सेवानिवृत्त, कार्यरत सरकारी, गैर सरकारी एवं अनुभवी अमीनों का सूचीकरण किया जा रहा है, जो प्रायोगिक कक्षाएँ संचालित करेंगे।बोर्ड के अमानत प्रशिक्षण केन्द्रों (अध्ययन केन्द्रों) में भी प्रारंभिक प्रायोगिकी प्रशिक्षण (70 घंटे) की व्यवस्था है। इस प्रशिक्षण को कराने हेतु सेवानिवृत्त, कार्यरत सरकारी, गैर सरकारी एवं अनुभवी अमीनों का सूचीकरण किया जा रहा है, जो प्रायोगिक कक्षाएँ संचालित करेंगे।गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु प्रशिक्षण केन्द्र के रूप में उन्हीं संस्थाओं को मान्यता दी जाएगी जिसके पास भवन, उपस्कर एवं तकनीकी उपकरण, सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक कक्षाओं के संचालन के लिए पर्याप्त होगी।
पात्रता/योग्यता:-
- माध्यमिक उत्तीर्ण (10वीं पास) छात्र-छात्राएँ इस पाठ्यक्रम में नामांकन ले सकते हैं। (बिहार सरकार के अधीन अमीन के रूप में बहाली हेतु न्यूनतम योग्यता 12वीं कक्षा पास होना चाहिए। निजी क्षेत्र में अमीन के रूप में बहाली हेतु न्यूनतम 10वीं कक्षा पास होना चाहिए।)इस पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु अधिकतम कोई उम्र सीमा निर्धारित नहीं है।
शुल्क:-
- प्रशिक्षण शुल्क 10000 (दस हजार) रूपये प्रति शिक्षार्थी एक मुस्त देय होगा। परीक्षा शुल्क अलग से देय होगा। परीक्षा शुल्क प्रति सैद्धांतिक विषय रू0 175/- (एक सौ पचहत्तर) एवं प्रति प्रायोगिक विषय के लिए रू0 200/- (दो सौ) देय होगा जो मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी, बि0 मु0 वि0 शि0 एवं परीक्षा बोर्ड (BBOSE), पटना के पक्ष मंे देय है।
परीक्षा एवं प्रमाणीकरण:-
- छः माह का अमानत (अमीन) प्रशिक्षण कार्यक्रम के पश्चात् बोर्ड के द्वारा सार्वजनिक परीक्षा का आयोजन कर प्रमाणपत्र निर्गत किया जायेगा
पंजीयन की बैद्यता:-
- प्रवेश पंजीयन की मान्यता पाँच वर्षो तक के लिए होगी एवं अधिकतम नौ (9) सार्वजनिक परीक्षा में सम्मिलित होने का अवसर प्राप्त होगा।
ब्रिज कोर्स:-
- अमानत प्रशिक्षण/पाठ्यक्रम हेतु जो शिक्षार्थी गणित विषय में कमजोर हैं उनके लिए गणित विषय का बृज कोर्स एवं एडवांस बृज कोर्स बोर्ड में उपलब्ध है।
अध्ययन सामग्री:-
- मुद्रित अध्ययन सामग्री (पुस्तक) अध्ययन केन्द्रों के माध्यम से निःशुल्क प्राप्त करने की सुविधा। इच्छुक प्रशिक्षणार्थी बोर्ड द्वारा निर्धारित नजदीक के अध्ययन केन्द्रों पर पंजीयन करा सकते हैं।
अमीन के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने हेतु इच्छुक प्रशिक्षण केन्द्रों के लिए आवश्यक अहर्ताएँ। :-
- संसाधन शुल्क के रूप में 25,000/-रू0 (पच्चीस हजार रूपये) का होगा, जो मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी, बि0 मु0 वि0 शि0 एवं परीक्षा बोर्ड (BBOSE) के पक्ष मंे देय है। यह गैर वापसी योग्य जमा (Non-Refundable) होगा और यदि संस्थान को निरीक्षण के पश्चात मान्यता नहीं मिलती है तो भी इसे वापस नहीं किया जाएगा।सरकारी/गैर सरकारी विद्यालय एवं अन्य संस्थान जो कि बोर्ड के अध्ययन केन्द्र की मान्यता प्राप्त कर चुके हैं उन्हें कम से कम दो बड़े कमरे अमीन प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से चिन्हित करने होंगे जिनका उपयोग मात्र इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को चलाने के लिए किया जाएगा।
सरकारी/गैर सरकारी विद्यालयों को बोर्ड के अध्ययन केन्द्र के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए आवश्यक अर्हताएँ निम्नांकित हैं:-
- संस्था के निबंधन प्रमाण-पत्र की प्रतिसंस्था के आलोक-पत्र तथा नियम-विनियम की प्रति।संस्था के शासी निकाय के सदस्यांे की सूची, पेशा तथा पता के साथ।मुक्त विद्यालयी शिक्षण पाठ्यक्रम ग्रहण के लिए प्रबंधन के संकल्प की प्रति।मान्यता प्राप्त बोर्ड द्वारा संबंधन के पत्र की प्रति।संस्था/विद्यालय भूमि का कागजात (पट्टा/स्वामित्व)।संस्था/विद्यालय भवन का नक्शा।शिक्षकों की सूची, योग्यता, पद, अनुभव तथा संस्थान में सेवा की अवधि का उल्लेख करें।प्रशासनिक कर्मियांे की सूची।संस्था का गत् तीन वर्षाे की आय-व्यय का अंकेक्षित विवरणी की प्रति।संस्थान/विद्यालय के भवन तथा प्रयोगशालाआंे का चार फोटोग्राफ।भारतीय पुनर्वास परिषद् द्वारा मान्यता/अनुमोदन प्राप्ति की प्रति (यदि प्रयोज्य हो)।आवेदित संस्थान में उपलब्ध विशिष्ट शिक्षकों/प्रशिक्षकों की योग्यता, पद तथा अनुभव के साथ सूची।सभी सरकारी संस्थान यथा-पोलिटेकनिक, इंजिनियरिंग काॅलेज (सिविल इंजिनियरिंग), सरकारी आई0टी0आई0, राज्य के विश्वविद्यालयों के भूगोल विषय के स्नातकोत्तर विभाग (पी0जी0 डिपार्टमेन्ट), नालन्दा खुला विश्वविद्यालय, पटना एवं पटना काॅलेज, बी0एन0 काॅलेज इत्यादि ये संस्थाएँ भी अमीन का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने के लिए नियमानुसार बोर्ड से मान्यता प्राप्त कर सकते हैं।प्रत्येक प्रशिक्षण केन्द्र पर वाईफाई इंटरनेट एवं सी0सी0टी0वी0 कैमरे की व्यवस्था की जाएगी, इसके माध्यम से बोर्ड प्रशिक्षण केन्द्र का अनुश्रवण करेगा जिसे बोर्ड द्वारा निर्धारित मापदण्डों पर प्रशिक्षण केन्द्रों को स्वीकार करना होगा। इसके लिए एक शपथ पत्र भी देना होगा।
टिप्पणी:-
आवेदन पत्र के साथ उपर्युक्त उल्लेखित सभी प्रलेखंे को निश्चित रूप से जमा करंे अन्यथा आवेदन पत्र सुविचारित नहीं हो सकता है। आवेदन पत्र का प्रारूप बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड की वेवसाइट पर उपलब्ध है।
अमीन पाठ्यक्रम के लाभ:-
- राज्य में सरकारी/गैर सरकारी क्षेत्रों में अमीनों की भारी कमी जो कि निकट भविष्य में और अधिक बढ़ेगी।बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, वन एवं पर्यावरण विभाग, नगर निगम, नगर निकाय एवं अन्य ऐसे विभाग जिन्हें भूखण्ड मापी की आवश्यकता है, में हजारों पदों पर अमीन की बहाली के लिए स्वर्णिम अवसर।निजी क्षेत्रों में प्राइवेट अमीनों की प्रतिमाह भारी आमदनी के अवसर।राज्य में पहली बार सरकारी संस्थान के माध्यम से अमीन के उच्च गुणवत्तापूर्ण मानक स्तर का प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन एवं प्रमाणीकरण, जो सर्वत्र मान्य है।अमीन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का विकास प्प्ज्ए छप्ज् एवं विश्वविद्यालयों के प्रख्यात शिक्षाविदों एवं राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, बिहार सरकार के पदाधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से बिहार राज्य के लिए विकसित।सैद्धांतिक विषयों के लिए सरकारी/गैर सरकारी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों, सरकारी/गैर सरकारी पोलिटेकनिक, राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान (NIT), औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) ख्याति प्राप्त विश्वविद्यालयों के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग, महाविद्यालयों के स्नातक के भूगोल विभाग, नालन्दा खुला विश्वविद्यालय (NOU) में अध्यापन करवाने वाले शिक्षकगण, स्नातकोत्तर एवं शोध शिक्षार्थियों के माध्यम से प्रशिक्षण।राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर के ख्याति प्राप्त भौगोलिक संस्थानों के प्रयोगशालाओं के महँगे और उच्च गुणवत्ता वाले उपकरणों/प्राध्यापकों के द्वारा 100 घंटे की प्रायोगिकी प्रशिक्षण की व्यवस्था राज्य सरकार के अंचलधिकारी कार्यालय में 70 घंटे की प्रायोगिकी प्रशिक्षण/इंटर्नशिप एवं उन्हीं के द्वारा प्रयोगिक प्रशिक्षण का गुणवत्तापूर्ण मूल्यांकन।छः माह का अमानत (अमीन) प्रशिक्षण कार्यक्रम और तत्पश्चात बोर्ड के द्वारा परीक्षा का आयोजन। परीक्षा पश्चात बोर्ड का सर्टिफिकेट दिया जायेगा, जो सर्वत्र मान्य है।‘5’ वर्ष तक पंजीकरण वैध - ‘9’ बार परीक्षा दे सकते हैं।सबसे कम शुल्क मात्र 10000/-(दस हजार) रूपये में प्रशिक्षण उपलब्ध।घर बैठे नौकरी/स्वरोजगार करते हुए अन्य शिक्षण/प्रशिक्षण करते हुए भी अमीन कार्यक्रम में प्रशिक्षण लें सकते हैं।